हाल ही में बाजार में तीन मेनबोर्ड आईपीओ ने जबरदस्त हलचल मचा दी है – Sri Lotus Developers IPO, NSDL IPO, और M&B Engineering IPO। इन तीनों आईपीओ को निवेशकों से बेहद शानदार प्रतिक्रिया मिली है, खासकर Sri Lotus Developers IPO को, जिसने सब्सक्रिप्शन के मामले में सबसे आगे रहकर 21 गुना बुकिंग हासिल की। लेकिन सवाल ये है – क्या ये ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) सिर्फ दिखावा है या वाकई में निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका है?

Sri Lotus Developers IPO: आंकड़े बोलते हैं कुछ और ही कहानी
Sri Lotus Developers IPO ने जब से अपना इश्यू ओपन किया है, तभी से यह चर्चा में बना हुआ है। IPO को निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया और तीसरे दिन तक यह 21 गुना सब्सक्राइब हो गया। यह इस हफ्ते का सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन पाने वाला आईपीओ बन चुका है।
IPO Timeline:
ओपनिंग डेट: 30 जुलाई 2025
क्लोजिंग डेट: 1 अगस्त 2025
इश्यू प्राइस बैंड: अनुमानित ₹125-135 प्रति शेयर
लक्ष्य: लगभग ₹600 करोड़ का फंड जुटाना
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) – वाकई मुनाफे की गारंटी?
Sri Lotus Developers IPO का GMP बाजार में ₹45-₹50 के आसपास चल रहा है, जो संकेत देता है कि लिस्टिंग के दिन इस शेयर की कीमत 35–40% तक ऊपर जा सकती है। लेकिन क्या वाकई में यह मुनाफा स्थायी होगा? पिछले कुछ महीनों के डेटा दिखाते हैं कि कुछ IPO ने GMP के अनुसार लिस्टिंग दी लेकिन बाद में भारी गिरावट भी देखी गई।
NSDL और M&B Engineering भी पीछे नहीं
जहां NSDL IPO को 11.10 गुना बुकिंग मिली, वहीं M&B Engineering ने भी करीब-करीब यही आंकड़ा दर्ज किया। NSDL का इश्यू प्राइस ₹760-₹800 के बीच था और GMP ₹135-₹140 पर चल रहा है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि लिस्टिंग डे पर NSDL के शेयर 17-18% ऊपर खुल सकते हैं।
सब्सक्रिप्शन ब्रेकडाउन: किसने कितना भरोसा दिखाया?
Sri Lotus Developers IPO:
कुल सब्सक्रिप्शन: 21x
रिटेल निवेशक: 8.42x
NII (Non-Institutional Investors): 30.12x
QIB (Qualified Institutional Buyers): 15.40x
एम्प्लॉयी कोटा: 5.25x
यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि हर वर्ग के निवेशकों ने Sri Lotus Developers IPO में दिलचस्पी दिखाई है। खासकर NII और QIB वर्गों ने भारी बोली लगाई, जो इस बात का संकेत है कि संस्थागत निवेशकों को कंपनी की विकास योजनाओं और बैकग्राउंड पर भरोसा है।
कंपनी प्रोफाइल: Sri Lotus Developers आखिर करती क्या है?
Sri Lotus Developers & Realty एक उभरती हुई रियल एस्टेट कंपनी है जो खास तौर पर मिड-साइज और अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर फोकस करती है। कंपनी का दावा है कि उसने अब तक 15 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं और 10 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। उनकी उपस्थिति प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, पुणे और नागपुर में है।

मजबूत पक्ष:
तेजी से बढ़ता हाउसिंग डिमांड
सरकार की अफोर्डेबल हाउसिंग नीतियों से सपोर्ट
अच्छा ब्रांड वैल्यू और अनुभव
कमजोर कड़ी:
रियल एस्टेट बाजार की अस्थिरता
अत्यधिक प्रतिस्पर्धा
आर्थिक मंदी की आशंका
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
यदि आप एक शॉर्ट टर्म निवेशक हैं और लिस्टिंग गेन चाहते हैं, तो Sri Lotus Developers IPO आपके लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है। लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करने से पहले कंपनी की बैलेंस शीट, कैश फ्लो, प्रोजेक्ट डिलीवरी रिकॉर्ड और मैनेजमेंट की क्षमता को समझना जरूरी है।
विशेषज्ञों की राय:
कुछ मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि इस IPO का GMP भले ही मजबूत हो, लेकिन रियल एस्टेट सेक्टर की अस्थिरता को देखते हुए इसमें जोखिम भी है। दूसरी ओर, कुछ एक्सपर्ट इसे एक ग्रोथ स्टोरी मानते हैं जो भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती है।
“GMP केवल एक संकेत है, गारंटी नहीं। निवेशकों को चाहिए कि वे कंपनी की नींव और फंडामेंटल्स को समझें,” – सेबी रजिस्टर्ड एनालिस्ट
निष्कर्ष: दिखावे का मुनाफा या असली अवसर?
Sri Lotus Developers IPO ने आंकड़ों के लिहाज से तो बाज़ार में बवाल मचा दिया है। 21 गुना बुकिंग, दमदार GMP और बड़े निवेशकों की दिलचस्पी इसे एक आकर्षक विकल्प बनाती है। लेकिन साथ ही, रियल एस्टेट क्षेत्र में जोखिम भी कम नहीं हैं।
अगर आप सोच रहे हैं कि Sri Lotus Developers IPO में निवेश करें या नहीं, तो यह समय है ठोस रिसर्च का – क्योंकि हर चमकती चीज सोना नहीं होती।