कौन कहता है कोचिंग आसान है? Morne Morkel बना रहे हैं रफ्तार की रेवोल्यूशन!

भारतीय क्रिकेट टीम में एक बड़ा फेरबदल होने वाला है और इस बदलाव के केंद्र में हैं – Morne Morkel। एक वक्त के घातक दक्षिण अफ्रीकी तेज़ गेंदबाज Morne Morkel, अब भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच हैं। लेकिन हाल की रिपोर्टों से ये साफ होता जा रहा है कि Morne Morkel की कोचिंग का असर वैसा नहीं रहा जैसा बीसीसीआई ने उम्मीद की थी।

Morne Morkel का क्रिकेट करियर

Morne Morkel का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर बेहद प्रभावशाली रहा है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए 86 टेस्ट, 117 वनडे और 44 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। अपनी ऊंचाई, गति और सटीकता के कारण Morne Morkel लंबे समय तक दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ रहे। लेकिन क्या एक शानदार गेंदबाज होने का मतलब यह भी है कि वह एक बेहतरीन कोच साबित होंगे?

Morne Morkel

Morne Morkel की भारतीय टीम में एंट्री

Morne Morkel को भारतीय टीम के नए मुख्य कोच गौतम गंभीर के सुझाव पर टीम में शामिल किया गया था। गौतम गंभीर की टीम इंडिया में एक नई सोच और ऊर्जा लाने की योजना थी, जिसमें Morne Morkel को तेज़ गेंदबाजी कोच की बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई। Morne Morkel से उम्मीद थी कि वह भारतीय गेंदबाजों को गति, विविधता और आत्मविश्वास सिखाएंगे।

Morne Morkel पर उठे सवाल

हाल ही में The Telegraph की रिपोर्ट ने बताया कि Morne Morkel की कोचिंग से बीसीसीआई खुश नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, Morne Morkel एक भी नया तेज गेंदबाज तैयार नहीं कर पाए हैं। न कोई बॉलिंग स्ट्रैटजी नजर आई, न ही गेंदबाजों की निरंतरता में कोई सुधार। इस वजह से Morne Morkel पर आलोचना के बादल मंडराने लगे हैं।

Kuldeep Yadav का बाहर होना – Morne Morkel की सलाह?

जब इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में कुलदीप यादव को बाहर रखा गया और उनकी जगह अनशुल काम्बोज को मौका मिला, तो क्रिकेट प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा ज़ाहिर किया। माना जा रहा है कि इस फैसले में Morne Morkel की सलाह की भूमिका थी। स्पिन गेंदबाजों के चयन में Morne Morkel की तकनीकी सोच और निर्णय क्षमता अब सवालों में है।

Morne Morkel

क्या Morne Morkel कोचिंग के लायक हैं?

एक खिलाड़ी के रूप में Morne Morkel ने कई मुकाम हासिल किए, लेकिन कोचिंग एक अलग कला है। गेंदबाजों की कमियों को पहचानना, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना, और परिस्थिति के अनुसार गेंदबाजी रणनीति बनाना – यह सब कोच के काम का हिस्सा होता है। अब तक के प्रदर्शन को देखें तो ऐसा लगता है कि Morne Morkel इन अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके हैं।

Gautam Gambhir के भरोसे पर क्या असर?

गौतम गंभीर फिलहाल बीसीसीआई की नजरों में सुरक्षित हैं, लेकिन उनके द्वारा चुने गए स्टाफ, जैसे कि Morne Morkel और रयान टेन डोशेटे पर गाज गिर सकती है। अगर Morne Morkel को हटाया जाता है, तो इसका असर गौतम गंभीर की निर्णय क्षमता पर भी पड़ेगा। फिलहाल बीसीसीआई का फोकस Morne Morkel के प्रदर्शन पर है।

बीसीसीआई की अगली रणनीति – Morne Morkel के लिए खतरे की घंटी?

बीसीसीआई फिलहाल इंग्लैंड सीरीज़ के बाद एक आंतरिक समीक्षा करेगी, और फिर एशिया कप 2025 के बाद बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। ऐसे में Morne Morkel के पास खुद को साबित करने का वक्त बेहद सीमित है। अगर अगली सीरीज़ – जो वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ है – में भारतीय गेंदबाज बेहतर प्रदर्शन नहीं करते, तो Morne Morkel की छुट्टी तय मानी जा रही है।

Morne Morkel बनाम भारतीय गेंदबाज

अब तक के कार्यकाल में Morne Morkel की कोचिंग में न तो मोहम्मद सिराज में निरंतरता आई है, न उमरान मलिक के स्पीड में सुधार दिखा है। यहां तक कि युवा गेंदबाजों जैसे प्रसिद्ध कृष्णा और नवदीप सैनी भी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं। इसका मतलब साफ है – Morne Morkel की कोचिंग का असर जमीन पर नजर नहीं आया।

क्या Morne Morkel भारतीय सेटअप में फिट बैठे?

भारतीय पिचें, मौसम और मानसिकता विदेशी कोचों के लिए बड़ी चुनौती होती हैं। Morne Morkel भले ही तेज गेंदबाजी के मास्टर हों, लेकिन भारतीय क्रिकेट को समझने और उस अनुरूप रणनीति बनाने में वह पिछड़ते दिखे हैं। इसीलिए अब चर्चा है कि क्या Morne Morkel भारतीय क्रिकेट के अनुकूल हैं या नहीं।

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